25 | सुकून
मंज़िल कहा है पता नहीं
रास्ता सही है या गलत
वो भी पता नही
इसलिए चलते चलते
कहीं किसी मोड़ पर
रुक जाते है दो पल के लिए
एक सुकून की सॉस लेने
क्या पता किस मोड़ पर
एक नया रास्ता मिल जाए
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मंज़िल कहा है पता नहीं
रास्ता सही है या गलत
वो भी पता नही
इसलिए चलते चलते
कहीं किसी मोड़ पर
रुक जाते है दो पल के लिए
एक सुकून की सॉस लेने
क्या पता किस मोड़ पर
एक नया रास्ता मिल जाए
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