.22.
आदत सी हो गई थी
हमें वैसे जीने में
दर्द होता है अब
हमें ऐसे जीने में
कब लौट आएंगे
खुशनुमा वो पल
कब ढूंढ़ पाएंगे
इस मुसीबत का हल
एक ही दुआ है
सारे जहां की अब
कि आज से बेहतर हो
आनेवाला कल
कि आज से बेहतर हो
आनेवाला कल
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