शान- ए -हिन्दुस्तान
शान- ए -हिन्दुस्तान
स्वतंत्रता सेनानियों का सपना था ये न्यारा,
जहाँ भरत रहे सदा एक चमकता सितारा।
देश की मिट्टी को सबने माना अपनी जान से ज़्यादा प्यारा,
ताकि सारे जहाँ में ऊँचा रहे हिंदुस्तान हमारा।
स्वतंत्रता के लिए लोगों ने अपनी जान भी वारी,
की आज़ाद भारत की हमारी दुआ हो पूरी।
वह क़ुर्बानियां हमने कभी अपने दिल से न उतारी,
क्यूंकि यह आज़ाद हिंदुस्तान है शान हमारी।
जब भी भारत पर पड़ा किसी बुरी नज़र का साया,
सरहद पार उन्हें फौजियों ने मार गिराया।
भारत में हर जगह अपनेपन का हुनर है छाया,
सारे जहाँ में सबसे न्यारा देश है हमने पाया।
बस सारे जहाँ में ऊँचा रहे सदा ये हिंदुस्तान हमारा,
यही है इस बार देश से वादा हमारा।
~विप्रांशी सिंह(Vipranshi Singh)
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