.100. कबूतर
इधर उधर वो उडते है
एक आवाज़ पे बिखर जाते है
हा मगर मेरे घर
वो खाना खाने जरूर आते है
हल्के से अपनी चोंच से
एक नन्हा दाना उठाते है
कुछ दाने ज्यादा खाने के लिए
दूसरों से लड़ जाते है
"हु...हु...हु..." कर वो भागते है
हमेशा गरदन हिलाते है
प्यास लगी हो न हो
पानी में डुबकी जरूर लगाते है
पेट है उनका छोटा सा
मगर जम के दाना खाते है
मेरे यहाँ खत्म हो जाए
तो दूसरों के घर चले जाते है
इधर उधर वो भागते है
एक आवाज़ पे बिखर जाते है
नन्हे है, पर नटखट है
मेरे चेहरे पे मुस्कुराहट छोड़ जाते है
मेरे चेहरे पे मुस्कुराहट छोड़ जाते है...
***
Feed the birds and watch them eat, it'll definitely leave a smile on your face.
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